च्यवनप्राश शक्तिवर्धक दवा को हमारे देश में सभी भली-भांति जानते हैं, लेकिन बहुत कम लोगों को यह जानकारी होगी कि च्यवनप्राश को कहां और किसने तैयार किया। आज आपको हरियाणा की ऐसी पहाडिय़ों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां ऋषि च्यवन ने जड़ी-बूटियों से यह शक्तिवर्धक दवा तैयार की।
ऐसा माना जाता है कि इन पहाडिय़ों पर कई वर्षों तक ऋषि च्यवन ने तपस्या की थी और लंबे तप के बाद इस शक्तिवर्धक दवा को तैयार किया गया था। हैरत इस बात पर है कि हाल में एक शोध में पता चला है कि च्यवनप्राश महज शक्तिवर्धक ही नहीं बल्कि यौन शक्ति को भी जागृत करने में मददगार है। इसमें पाए गए तत्व बिल्कुल वैसे हैं जिन्हें सेक्स की कमजोरी को दूर करने के लिए आज कल दवाई कंपनियां इस्तेमाल करती हैं।
ये शक्तिवर्धक होने के साथ-साथ यौन शक्ति बढ़ाने का भी काम करता है। हाल ही में हुए शोध में इसका पता चला। वैज्ञानिकों का दावा है कि च्यवनप्राश खाने से यौन इच्छा में तेजी से बढ़ोतरी होती है।
शोध के मुताबिक च्यवनप्राश शरीर में सेक्स की इच्छा को जगाने वाले हॉर्मोन 'टेस्टास्टेरॉन' की मात्रा को तेजी से बढ़ाता है।
तुलसी : 15 ग्राम तुलसी के बीज और 30 ग्राम सफेद मुसली लेकर चूर्ण बनाएं, फिर उसमें 60 ग्राम मिश्री पीसकर मिला दें और शीशी में भरकर रख दें। 5 ग्राम की मात्रा में यह चूर्ण सुबह-शाम गाय के दूध के साथ सेवन करें इससे यौन दुर्बलता दूर होती है।
जायफल : एक ग्राम जायफल का चूर्ण प्रातः ताजे जल के साथ सेवन करने से कुछ दिनों में ही यौन दुर्बलता दूर होती है।
लहसुन : 200 ग्राम लहसुन पीसकर उसमें 60 मिली शहद मिलाकर एक साफ-सुथरी शीशी में भरकर ढक्कन लगाएं और किसी भी अनाज में 31 दिन के लिए रख दें। 31 दिनों के बाद 10 ग्राम की मात्रा में 40 दिनों तक इसको लें। इससे यौन शक्ति बढ़ती है।
लहसुन का सेवन करने वालों को टीबी रोग नहीं होता. लहसुन एक शानदार कीटाणुनाशक है, यह एंटीबायोटिक दवाइयों का अच्छा विकल्प है. लहसुन से टीबी के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं.
प्रयोग-1 बेजोड़ एंटीबायोटिक
सबसे पहले लहसुन के छिलके उतार दीजिए उसके बाद एक कली के तीन-चार टुकड़े कर लें. सुबह-शाम भोजन के आधा घंटे बाद काटे हुए दो टुकड़ों को मुंह में रखें और धीरे-धीरे चबाएं. जब अच्छी तरह से उस लहसुन का रस बन जाए तब थोड़ा स पानी पीकर सारी चबाई हुई लहसुन को निगल जाएं. अगर आप लहसुन का तीखापन सहन नहीं कर सकते तो एक-एक मनुक्का में दो-दो टुकड़े रखकर चबाएं.
प्रयोग-2 हर दर्द का रामबाण उपाय
लहसुन की चार कलियां छील ले और उन्हें तीस ग्राम सरसों के तेल में डाल दें. उसमें आधा चम्मच अजवाइन के दाने डालकर धीमी-धीमी आंच पर पकने दे. जब लहसुन और अजवाइन काली हो जाए तब तेल उतारकर ठंडा कर छान लें. अब इस गुनगुने गर्म तेल से मालिश करे. ऐसा करने से हर प्रकार का बदन दर्द दूर हो जाता है.
विशेष- अस्थमा का अचूक उपाय
लहसुन को दमा के इलाज में बहुत कारगर माना जाता है. इसके लिए 30 मिली दूध में लहसुन की पांच कलियां डालकर उबालें और इस मिश्रण का हर रोज सेवन करे. इससे दमे की शुरुआती अवस्था में काफी फायदा मिलता है. इसके अलावा अदरक की गरम चाय में लहसुन की दो कलियां मिलाकर पीने से भी अस्थमा पर नियंत्रण पा सकते है.
दालचीनी : दो ग्राम दालचीनी का चूर्ण सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करने से वीर्य बढ़ता है और यौन दुर्बलता दूर होती है।
खजूर : शीतकाल में सुबह दो-तीन खजूर को घी में भूनकर नियमित खाएं, ऊपर से इलायची- शक्कर डालकर उबला हुआ दूध पीजिए। यह उत्तम यौन शक्तिवर्धक है।
तुलसी : 15 ग्राम तुलसी के बीज और 30 ग्राम सफेद मुसली लेकर चूर्ण बनाएं, फिर उसमें 60 ग्राम मिश्री पीसकर मिला दें और शीशी में भरकर रख दें। 5 ग्राम की मात्रा में यह चूर्ण सुबह-शाम गाय के दूध के साथ सेवन करें इससे यौन दुर्बलता दूर होती है।
जायफल : एक ग्राम जायफल का चूर्ण प्रातः ताजे जल के साथ सेवन करने से कुछ दिनों में ही यौन दुर्बलता दूर होती है।
लहसुन : 200 ग्राम लहसुन पीसकर उसमें 60 मिली शहद मिलाकर एक साफ-सुथरी शीशी में भरकर ढक्कन लगाएं और किसी भी अनाज में 31 दिन के लिए रख दें। 31 दिनों के बाद 10 ग्राम की मात्रा में 40 दिनों तक इसको लें। इससे यौन शक्ति बढ़ती है।
लहसुन का सेवन करने वालों को टीबी रोग नहीं होता. लहसुन एक शानदार कीटाणुनाशक है, यह एंटीबायोटिक दवाइयों का अच्छा विकल्प है. लहसुन से टीबी के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं.
प्रयोग-1 बेजोड़ एंटीबायोटिक
सबसे पहले लहसुन के छिलके उतार दीजिए उसके बाद एक कली के तीन-चार टुकड़े कर लें. सुबह-शाम भोजन के आधा घंटे बाद काटे हुए दो टुकड़ों को मुंह में रखें और धीरे-धीरे चबाएं. जब अच्छी तरह से उस लहसुन का रस बन जाए तब थोड़ा स पानी पीकर सारी चबाई हुई लहसुन को निगल जाएं. अगर आप लहसुन का तीखापन सहन नहीं कर सकते तो एक-एक मनुक्का में दो-दो टुकड़े रखकर चबाएं.
प्रयोग-2 हर दर्द का रामबाण उपाय
लहसुन की चार कलियां छील ले और उन्हें तीस ग्राम सरसों के तेल में डाल दें. उसमें आधा चम्मच अजवाइन के दाने डालकर धीमी-धीमी आंच पर पकने दे. जब लहसुन और अजवाइन काली हो जाए तब तेल उतारकर ठंडा कर छान लें. अब इस गुनगुने गर्म तेल से मालिश करे. ऐसा करने से हर प्रकार का बदन दर्द दूर हो जाता है.
विशेष- अस्थमा का अचूक उपाय
लहसुन को दमा के इलाज में बहुत कारगर माना जाता है. इसके लिए 30 मिली दूध में लहसुन की पांच कलियां डालकर उबालें और इस मिश्रण का हर रोज सेवन करे. इससे दमे की शुरुआती अवस्था में काफी फायदा मिलता है. इसके अलावा अदरक की गरम चाय में लहसुन की दो कलियां मिलाकर पीने से भी अस्थमा पर नियंत्रण पा सकते है.
दालचीनी : दो ग्राम दालचीनी का चूर्ण सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करने से वीर्य बढ़ता है और यौन दुर्बलता दूर होती है।
खजूर : शीतकाल में सुबह दो-तीन खजूर को घी में भूनकर नियमित खाएं, ऊपर से इलायची- शक्कर डालकर उबला हुआ दूध पीजिए। यह उत्तम यौन शक्तिवर्धक है।
अनार: नए शोध के मुताबिक अगर कोई महिला या पुरुष रोजाना अनार का जूस पीता है तो उसके सेक्स पावर में तेजी से बढ़ोतरी होती है।
वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि अनार का जूस सेक्स पावर बढ़ाने में वियाग्रा की तरह काम करता है। खास बात यह है कि वियाग्रा से केवल पुरुष सेक्स पावर बढ़ा सकते हैं जबकि अनार का जूस महिला और पुरुष दोनों के के लिए लाभदायक होता है।
केवल 15 दिन अनार का जूस सेवन करने के बाद आप अपने सेक्स पावर में इसका असर देख सकते हैं।
शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि रोजाना अनार का जूस पीने से सेक्स की मात्रा 16 से 30 फीसदी तक बढ़ जाती है। यह शोध 21 सक 64 आयु वर्ग के 58 लोगों पर किया गया। इसमें महिला और पुरुष दोनों को शामिल किया गया था।
जूस के सेवन से मेमोरी पावर भी बढ़ता है और जिसमें पाया गया था कि यह अनार का जूस दिल को स्वस्थ रखने और ब्लड सर्कुलेशन को नियंत्रित रखने में भी सहायक होता है। साथ ही यह दिमाग में आने वाले नेगेटिव इमोशन को घटाता है और मूड को अच्छा रखता है।
आमतौर पर शारीरिक समस्याओं में मुख्य होते हैं, नापुंसकता, इरेक्टल डिस्फक्शन, कामेच्छा का अभाव, जिनकी वजह से कई बार वैवाहिक जीवन टूटने की कगार पर आ जाता है।
गौरतलब है कि आहार मे दुध का प्रयोग, उडद का प्रयोग, नये देसी घी का सेवन, नये अन्नॊ का सेवन, साठी चावल दुध के साथ सेवन, सुखे मेवे, खजुर , मुन्नका, सिंघडा, मधु, मक्खन, मिश्रि, आदि आहार वीर्य वर्धक होते है।
इन समस्याओं से निजात पाने के लिए घरेलू और अनेकों आयुर्वेदिक उपाय हैं। आयुर्वेद में ऐसी अनेक प्रकार की जड़ी-बूटियों का उल्लेख है, जिनके सेवन से आप शारीरिक समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
- प्रतिदिन दूध के साथ शतावरी का सेवन करें।
- दूध को बहुत उबाल कर ही पीएं।
- केले और संतरे का नियमित सेवन करें।
- घी, मख्खन, हरी सब्जियां, फल और बादाम का रोजाना सेवन करें। इससे प्राटीन मिलता है और शुक्राणुओं में वृद्धि होती है।
प्रतिदिन एक ग्लास गाजर का जूस पिएं या फिर प्रतिदिन चार-पांच गाजर खाएं।
मूंगफली के दाने और सूखा नारियल खाना भी लाभदायक है।
सिर्फ दूध पीना शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। दूध के पाचन के लिए जरूरी हे कि उसमें थोड़ी सी शक्कर भी मिलाई जाएं।
शरीर में विटामिन मात्रा बनाए रखने के लिए पालक, फूल गोफी, गाजर जैसी हरी-सब्जियों का सेवन करना बहुत आवश्यक है।
शरीरिक कमजोरी के मामले में एक बात का विशेष ध्यान रखें कि शराब-सिगरेट का सेवन बिलकुल न करें।
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सिर्फ आहार ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि पाचन क्रिया भी सही होनी चाहिए।
इसके लिए नियमित एक्सरसाइज भी बहुत जरूरी है। नियमित एक्सरसाइज तनाव से मुक्ति व सेक्स लाइफ का खास टॉनिक है।
पुरुषत्व क्षमता बढ़ाने में शहद तथा भीगे हुए बादाम या किशमिश को दूध में मिलाकर रोजाना पीने से बहुत फायदा मिलता है।
बादाम, किशमिश और मुनक्का को भिगोकर नाश्ते में लेने से भी लाभ होता है।
फास्ट फूड, कोल्ड ड्रिंक, चॉकलेट, पिज्जा, बर्गर और चाऊमीन का सेवन नियमित रूप से करने पर सेक्स ऊर्जा में कमी आने लगती है। ऐसे में इन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।